लोकसभा चुनाव से पहले मुसलमान राजनीति के केंद्र में थे. भाजपा के नेता जनता को मुसलमानों को आरक्षण देने का डर दिखा रहे थे.
यह कवायद अभी भी जारी है. हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले भी जनता को मुस्लिमों का डर दिखाया जा रहा है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को महेंद्रगढ़ में कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में पिछड़े वर्गों से रिजर्वेशन छीनकर मुसलमानों को दे दिया है अगर वो हरियाणा में सत्ता में आती है तो यहां भी ऐसा ही करेगी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही पिछड़े वर्गों के खिलाफ रही है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि "1957 में ओबीसी आरक्षण के लिए काका कालेलकर आयोग का गठन किया गया था, लेकिन कांग्रेस ने इसे सालों तक लागू नहीं किया.
1980 में इंदिरा गांधी ने मंडल आयोग को ठंडे बस्ते में डाल दिया. 1990 में जब इसे पेश किया गया तो राजीव गांधी ने दो घंटे 43 मिनट का भाषण देकर ओबीसी रिजर्वेशन की मुखालफत की.
अमित शाह ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने ही पूरे देश को बताया कि उनकी सरकार दलितों, गरीबों और पिछड़ों की सरकार है.
केंद्र में 71 में से 27 मंत्री पिछड़ा वर्ग से हैं." गृह मंत्री ने ओबीसी समुदाय के लिए प्रधानमंत्री के कामों को गिनाया और कहा कि उन्होंने दीगर शैक्षणिक संस्थानों में उनके लिए आरक्षण सुनिश्चित किया.
अमित शाह ने कहा, "मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम हरियाणा में मुस्लिम रिजर्वेशन नहीं होने देंगे." उन्होंने कांग्रेस नेता और दो बार मुख्यमंत्री रह चुके भूपेंद्र हुड्डा को चुनौती देते हुए कहा, "मैं एक-एक पाई का हिसाब लेकर आया हूं, आंकड़ों के साथ मैदान में आएं." हरियाणा में अक्टूबर में चुनाव हो सकते हैं.